पौड़ी के उमेशा होटल पर मालिकाना हक को लेकर पारिवारिक विवाद गहराया, उठ रही विजिलेंस जाँच की माँगा
पौड़ी के उमेशा होटल और अन्य सम्पति पर मालिकाना हक को लेकर पारिवारिक विवाद, एसएसपी पौड़ी के पास पहुँच गया है।दरअसल वर्ष 2004 में उमेशा होटल के पौड़ी-कोटद्वार रोड वाले फ्लोर में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान जिसे उमेश पंत चलाते थे में हुये रहस्यमस्य ब्लास्ट में उमेश पंत की मौत हो गयी थी, बाद में उनके ही नाम पर इस भवन में उमेशा होटल खोला गया, जिसे स्व. उमेश के भाई ललित और बुद्धि पंत चलाते हैं। स्व. उमेश पंत की पत्नी उषा पंत ने आरोप लगाया है कि अब ललित और बुद्धि पंत की नीयत ख़राब हो गयी है और वे अपने स्व.भाई का हिस्सा हड़पना चाहते है। उन्होंने आरोप लगाया कि सम्भव है कि सम्पति को हड़पने के मकसद से ही उनके पति की हत्या करवायी गयी हो ! इसलिये वो चाहती हैं कि वर्ष 2004 में ब्लास्ट के दौरान हुई उनके पति की मौत की भी विजिलेंस जाँच हो, उन्होंने जाँच पूरी होने तक उमेशा होटल और संबंधित संपत्ति को फ्रीज करने की एसएसपी से गुहार लगाई है। एसएसपी श्वेता चौबे से मुलाकात करने वाली उषा पंत ने बताया कि 25 नवंबर 2004 की शहर के पंत इलेक्ट्रॉनिक्स में हुए ब्लास्ट में उसके पति उमेश पंत की मौत हो गई थी।
तत्कालीन सरकार ने इस मामले में सीबीआई, सीआईडी व विजिलेंस जांच का आश्वासन दिया था, लेकिन घटना को 19 साल बीत जाने के बावजूद भी वह आज भी न्याय की प्रतीक्षा में हैं। उषा पंत का कहना है कि उनका बेटा नाबालिक होने के चलते वह किसी भी प्रकार का पत्राचार नहीं कर पाई। उन्होंने धोखाधड़ी से उनके पति स्व. उमेश पंत की चल-अचल संपत्ति को हड़पने की कोशिश व उन्हें मानसिक रूप से परेशान करने का प्रयास करने का स्व.उमेश पंत के भाइयों ललित और बुद्धि पंत पर आरोप लगाते हुए मामले में एसएसपी से विजिलेंस की जाँच करने की माँग की है,साथ ही जाँच पूर्ण होने तक संबंधित चल-अचल संपत्ति को फ्रीज़ अथवा यथा स्थिति रखने की अपील भी की है।