17 August 2025

भाजपा ने अपने हाथों से लिख दी है 2027 में बदलाव की इबारत

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देहरादून।

 

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य मीडिया समन्वयक और मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने आज कहा कि प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने 2027 के आगामी विधानसभा चुनाव में बदलाव की इबारत खुद अपने हाथों से लिख दी है। उन्होंने कहा कि हालिया जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव ने एक लकीर खींच दी है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में भाजपा का भरोसा नहीं है और वह सिर्फ सत्ता बल से पद हथियाने में सफल रही है।

महर्षि ने कहा कि नैनीताल में लोकतंत्र का जिस तरह अपहरण हुआ, नेता प्रतिपक्ष और दूसरे विधायकों के साथ जिस तरह अमानवीयता का बर्ताव किया गया, उसे प्रदेश के लोग कभी नहीं भूलेंगे। निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों का सरेराह अपहरण किया गया, वह उत्तराखंड के शांतिप्रिय समाज को चुभा है और जिस गन कल्चर की भाजपा ने शुरुआत की है, उसकी कीमत उसे चुकानी पड़ेगी। वैसे भी देहरादून जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में हर हथकंडे अपनाने के बावजूद भाजपा के अहंकार को जो चोट पहुंची है उससे आगामी विधानसभा चुनाव की दशा और दिशा तय हो गई है, जिसे दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ साफ पढ़ा जा सकता है।

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महर्षि ने कहा कि भाजपा ने राजनीति के स्तर को इतना बदनुमा कर दिया है कि प्रदेश के लोग उसे कभी माफ नहीं करेंगे। बेतालघाट का प्रकरण लोग कभी नहीं भूल सकते। इससे पहले कभी पंचायत चुनाव में गोलियां नहीं चली थी लेकिन भाजपा ने देवभूमि का शांत मिजाज वोट चोरी के फेर में आपराधिक बना दिया। प्रदेश के लोग इसे कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते।

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कांग्रेस नेता राजीव महर्षि ने जोर देकर कहा कि भाजपा के लोगों में इतना भी संस्कार नहीं बचा है कि नेता प्रतिपक्ष, निर्वाचित विधायक और जनप्रतिनिधियों के साथ शालीनता का व्यवहार किया जाना चाहिए, उनके साथ जिस कदर अभद्रता की गई, वह सर्वथा अक्षम्य है और पूरे देश ने इस अप्रिय घटनाक्रम को देखा है। इससे भाजपा का जनविरोधी चेहरा उजागर हुआ है और यह भी सिद्ध हुआ है कि भाजपाइयों का चरित्र लोकतंत्र विरोधी है था वे सत्ता के बल पर जनमत का अपहरण करने में विश्वास रखते हैं। सत्ता की भूख में अंधे लोगों के प्रति प्रदेश की जनता का विश्वास खत्म हो गया है और इसके साथ ही भाजपा के सत्ताच्युत होने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। यह इबारत प्रदेश की जनता पढ़ रही है किंतु भाजपा अगर इसे अपनी उपलब्धि मान रही है तो ये गलतफहमी जल्द दूर हो जाएगी और निश्चित रूप से 2027 में बदलाव की आंधी बहेगी। इसका इंतजाम खुद भाजपा ने कर दिया है। प्रशासनिक मशीनरी का जिस तरह पंचायत चुनाव में दुरुपयोग किया गया, वह सबके सामने है।

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