हरीश रावत ने जो चाहा कांग्रेस हाई कमान ने वही किया, और इस फैसले से बीजेपी होगी खुश
आखिरकार कांग्रेस ने नैनीताल और हरिद्वार के लोकसभा प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। लंबे समय से नैनीताल और हरिद्वार में आखिर कौन होंगे कांग्रेस के प्रत्याशी इसको लेकर कांग्रेस लगातार बैठके कर रही थी। जहां नैनीताल से भुवन भुवन कापड़ी, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, प्रकाश जोशी का नाम चल रहा था तो हरिद्वार से पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनाव लड़ना चाहती थी। लेकिन एक बार फिर से कांग्रेस ने सभी को चौंका दिया है नैनीताल से तो प्रकाश जोशी को टिकट दिया गया है लेकिन हरिद्वार से जिसे टिकट दिया हैनुस्के लिए लोकसभा चुनाव आसान नही होने जा रहा है।
नैनीताल से प्रकाश जोशी और हरिद्वार से वीरेंद्र रावत बने को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे हैं वीरेंद्र रावत। जहां पार्टी हरीश रावत को टिकट देना चाहती थी तो हरीश रावत बेटे वीरेंद्र के लिए टिकट मांग रहे थे और इसी बात पर अड़े हुए थे। इसी वजह से हरिद्वार के टिकट में देरी भी हुई।
हरीश रावत ने प्रेस में भी अपनी बात रखी थी की अब वो चुनाव नही लड़ना चाहते हैं। साथ ही पार्टी के से भी उन्होंने अपनी बात रखी की मैं अब चुनाव नहीं लड़ना चाहता हूं मैंने पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है और अब सिर्फ अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहा हूं। जिसके बाद उन्हें अब टिकट मिल चुका है।
लेकिन कांग्रेस ने अभी तक जितने भी टिकटों का बंटवारा किया है उनमें एक चीज तो साफ नजर आ रही है कि कांग्रेस ने जितने भी प्रत्याशियों की घोषणा की है वह कांग्रेस की पहली पसंद नही हैं। साथी कांग्रेस के कार्यकर्ता भी नाराज नाराज नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी लगातार उन लोगों को टिकट दे रही है जो बड़े नेताओं के बेटे बेटियां हैं या फिर नेताओं के चहीते हैं।