राज्य आंदोलनकारी छात्रों के साथ, लेकिन अराजकता बर्दाश्त नहीं- विनोद चमोली

भाजपा विधायक विनोद चमोली ने कहा है कि सरकार युवाओं और छात्रों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन में मैं उनके साथ हूं लेकिन यदि इसमें अराजक तत्व घुस जाएं और जिस तरह आजादी को लेकर नारेबाजी हुई है तो वह चिन्ता की बात है। हमारी सरकार विघटनकारी तत्वों से सख्ती से निपटेगी। विधायक चमोली ने कहा कि नकल और भर्ती घोटालों की शुरुआत कांग्रेस कार्यकाल में पटवारी और दरोगा घोटाला के दौरान हुई। कांग्रेस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। 2017 में भाजपा सरकार आने के बाद सरकार ने भर्ती मामलों को गंभीरता से लिया।
नकल के मामले में भाजपा सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए 120 आरोपी लोगों को जेल भेजने का काम किया। भाजपा सरकार ने सख्त नकल कानून बनाया है। इसके तहत दस करोड़ का अर्थदंड और आजीवन कारावास का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि हाल के कथित पेपरलीक प्रकरण की जांच सही दिशा में चल रही है। इसकी जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज के निर्देशन में चल रही है। एक माह की अवधि में जांच रिपोर्ट आ जाएगी। दोषियों के खिलाफ नये नकलरोधी कानून के तहत कार्रवाई होगी।
छात्रों और बेरोजगार युवाओं को इस विषय का ध्यान रखना होगा कि आंदोलन गलत दिशा में न जाएं। छात्र अपने भविष्य का भी ध्यान रखें।
सीबीआई जांच पर उन्होंने कहा कि छात्र महज एक पक्ष ही देख रहे हैं। यदि सीबीआई की जांच बिठा देते हैं तो तमाम नियुक्ति प्रक्रियाएं रुक जाएगी। भर्ती प्रक्रिया बाधित हो जाएंगी तो युवाओं और छात्रों का नुकसान हो जाएगा। हम सीबीआई जांच पर कोई आपत्ति पर नहीं है। लेकिन हमारी चिन्ता उन छात्रों की भविष्य की चिन्ता है कि पूरी प्रक्रिया बाधित हो जाएगी। ऐसे में कई अभ्यर्थी ओवरएज न हो जाएं। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में राजनीतिक शक्तियां भी चाहती हैं कि यहां का माहौल बिगड़े। कांग्रेस भी लाभ उठाना चाह रही हो। हम सरकार में तो हैं तो हमें लोग अपने नजरिए से देख रहे होंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोग राष्ट्रीय सोच के साथ चलते हैं। नकारात्मक राजनीति करने वाले सजग हो जाएं तो उन्हें इसका खमियाजा उठाना चाहिए। दिशाहीन आंदोलन नहीं होना चाहिए।