DGP अभिनव कुमार की दो टूक- जो पुलिस कर्मी करेगा विभाग की छवि को खराब, उसके खिलाफ होगी अनुशासनात्मक कार्यवाही
पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा उच्चाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकः अनुशासन एवं महिला/ पीडितों के सम्बन्ध में त्वरित कार्यवाही के विशेष निर्देश।
आज पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड, अभिनव कुमार द्वारा पुलिस मुख्यालय सभागार मे पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में पुलिस महानिदेशक द्वारा उच्च कोटि के अनुशासन और पुलिस कार्यप्रणाली को सुदृढ बनाए रखने पर विशेष बल दिया।
डीजीपी द्वारा थाना पंतनगर में पीडित महिला के सम्बन्ध में वायरल आडियो का उल्लेख करते हुये स्पष्ट निर्देश दिये कि इस प्रकार के प्रकरण पुलिस विभाग की छवि के अनुरूप नही है, ऐसे कर्मियों के विरूद्ध कडी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए।
आगे उन्होंने कहा की महिलाओं सम्बन्धित अपराध एवं कमजोर वर्ग के प्रति त्वरित और प्रभावी कार्यवाही* सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया तथा स्पष्ट किया कि इस संबंध में किसी भी स्तर पर *पुलिस द्वारा लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, लापरवाही पाए जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जाएगी। पुलिस विभाग का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करना और उनके अधिकारों की रक्षा करना है। इस हेतु सभी पुलिस अधिकारियों को उच्च कोटि के अनुशासन और पीडित के प्रति संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी और निष्ठा के साथ करें।
साथ ही यह भी निर्देशित किया गया कि किन्ही प्रकरणो में अधिकारियों के भिन्न-भिन्न मत हों तो निष्पक्षता व पारदर्शिता के साथ विधिक राय लेते हुये उच्चाधिकारियों के संज्ञान मे लाकर न्यायोचित निस्तारण किया जायें। समस्त अधिकारीगण आपसी समन्वय स्थापित कर *जनता के प्रति उत्तरदायी हों और जन समस्याओं का त्वरित समाधान करें।*
विभागीय कार्यप्रणाली को और अधिक सुदृढ़/अनुशासित करने हेतु विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की व पुलिस विभाग की छवि और कार्यक्षमता में सुधार लाने के लिए सभी अधिकारियों को समर्पण और अनुशासन के साथ काम करने हेतु निर्देशित किया।