एनसीपी यूथ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र, कि इस गंभीर विषय में जांच करने की मांग
एनसीपी यूथ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ आहूजा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख पार्षदों के अधीन आने वाली स्वच्छता समितियों में ६० करोड़ का फर्जीवाड़ा सामने आने पर भी कोई कार्यवाही नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यहां तक कि मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जांच के उपरांत पुष्टि होने पर भी कोई कार्यवाही नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण बताया। भाजपा को पूर्ण बहुमत की जीरो टॉलरेंस सरकार इतने बड़े भ्रष्टाचार पर मौन क्यूं है।
उन्होंने कहा एडवोकेट द्वारा डाली गई आरटीआई से मिली लिस्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य हैं। यदि चार-पांच वार्डों को छोड़ दिया जाएं तो लगभग सभी वार्ड में संदिग्ध कर्मचारियों की तैनाती हुई है। कई पर्यावरण मित्रों का पूरा नाम और पता भी नहीं है। कई पार्षदों ने ऋषिकेश, ऊधमसिंह नगर, रुड़की के अलावा उत्तर प्रदेश के बिजनौर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और आजमगढ़ के कर्मचारियों को भी अपनी टीम में शामिल किया है। गौरतलब है कि नगर निगम की प्रशासक देहरादून जिलाधिकारी महोदया के आदेश पर इन कर्मचारियों का भौतिक सत्यापन किया तो अधिकांश कर्मचारी नदारद मिले।
आहूजा ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार पर कार्यवाही न होने पर कड़ी निन्दा करती है व राज्य सरकार द्वारा बिना अविलंब इस फर्जीवाड़े पर उचित कार्यवाही करने हेतु निवेदन करती है अन्यथा दल को जनहित में आंदोलन करने हेतु बाध्य होना पड़ेगा।